सुविचार इन हिंदी Suvichar in Hindi 2020 | अनमोल सुविचार हिंदी में -Best Quotes | Hindi Quotes | Anmol Vachan Hindi Me
अनमोल सुविचार हिंदी में -Motivational Suvichar in Hindi 2020
शुभ कार्य करने का जब भाव बने उसके शुभारंभ का वही श्रेष्ठ मुहूर्त है।
अज्ञात

समाधि में ही साक्षात्कार होता है। समाधि के एक क्षण की तुलना में पठन, पाठन और मनन का सहस्र वर्ष भी नहीं ठहरता।
डॉ. संपूर्णानंद
जिसका मन काम में लिप्त नहीं है, जो घृणा से प्रभावित नहीं है, जिसने शुभ और अशुभ दोनों का परित्याग किया है, ऐसे जागरूक व्यक्ति को कोई भय नहीं होता।
भगवान बुद्ध

Suvichar in Hindi 2020 Image
Father’s Day 2020 Hindi Quotes
कोई पिता अपने सदगुणों की याद से बढ़कर और कोई वसीयत नहीं छोड़ सकता।
हैमिल्टन

गुण सभी स्थानों पर अपना आदर करा लेता है।
कालीदास
यदि विश्व में कोई ऐसा सद्गुण है जिसकी प्राप्ति सदैव हमारा लक्ष्य होनी चाहिए तो वह मन की प्रसन्नता है।
लार्ड लिटर

अपनी गलतियों के विषय में हम सदैव खुद को धोखा देते रहते हैं और बाद में उन्हें ही अपना सद्गुण समझने लगते हैं।
हेग
अभी तक ऐसा कोई भी व्यक्ति महान् नहीं हुआ जो गुणवान भी न रहा हो।
बेंजामिन फ्रेंकलिन

मनुष्य के गुण ओर गौरव तभी तक सुरक्षित रहते हैं जब तक वह दूसरों के आगे हाथ नहीं फैलाता।
-ब्रह्मपुराण
किसी के गुणों की प्रशंसा करने में समय नष्ट मत करो। उतना समय उन गुणों को अपनाने में लगाओ।
अज्ञात
औरों की अच्छाइयां देखने से, अपने में सद्गुणों का विकास होता है।
अज्ञात
सद्गुणों का पालन ही सबसे उत्तम सामाजिक नियम है।
अज्ञात
लोग गुणों की पूजा करते हैं, व्यक्ति की नहीं।
अज्ञात
महान नेताओं में ऐसे गुण होते हैं, जो संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणा देते हैं और महान कार्य करने को प्रेरित करते हैं।
जवाहरलाल नेहरू

आशा जगे हुए आदमी का सपना होता है।
अरस्तु

जिस प्रकार एक क्षार दूसरे क्षार को निष्क्रिय कर देता है तथा जिस तरह सूर्य की किरणें कुहासे को नष्ट कर देती है, उसी प्रकार आशा और उत्साह के स्पर्श-मात्र से निराशा और निष्क्रियता से भारी मनःस्थिति में परिवर्तन आ जाता है।
स्वेट मार्डेन
निराशा की छोटी-सी रेखा भी मानसिक यंत्र को उसी प्रकार बेकार और निकम्मा बना देती है जिस प्रकार धूल का छोटा-सा कण या छोटा-सा बाल चलती हुई घड़ी को बंद कर देता है।
स्वेट मार्डेन
निराशा में प्रतीक्षा अंधे की लाठी है।
प्रेमचंद
आशा में तेज है, बल है, जीवन है। आशा ही संसार को चलाने वाली शक्ति है।
प्रेमचंद
निराशा जब चरम सीमा पर पहुंचती है, तब हम अपना विवेक खो देते
सुकरात
आशावादी परमात्मा का भक्त होता है-पक्का ज्ञानी, पूर्ण ऋषि। उसे चारों ओर परमात्मा की ही ज्योति दिखाई देती है, इसी से उसे भविष्य पर अविश्वास नहीं होता है।
प्रेमचंद
निराशा हमारी प्रसन्नता, सुख और शांति को ही नष्ट नहीं करती, वह हमारे उन संकल्पों को भी नष्ट कर डालती है जो हमने कुछ सत्कर्मों को करने के लिए किए थे।
स्वेट मार्डेन
धैर्य तो नैराश्य की अंतिम अवस्था का नाम है। नैराश्य की अंतिम अवस्था विरक्ति होती है।
प्रेमचंद
यही सबसे अच्छा नियम है कि अच्छे नियम होते ही नहीं हैं।
बर्नार्ड शॉ
जो अपने मुख और जिह्वा पर संयम रखता है वह अपनी आत्मा को संतापों से बचाता है।
बाइबिल

कटा हुआ वृक्ष भी बढ़ता है। क्षीण हुआ चंद्रमा भी पुनः बढ़कर पूरा हो जाता है। इस बात को समझकर संत पुरुष विपत्ति से नहीं घबराते।
भर्तृहरि
जिस प्रकार अलमस्त हाथी पर काबू पाने के लिए महावत अंकुश का प्रयोग करता है, उसी प्रकार मनुष्य को अपनी दूषित भावनाओं पर काबू पाने के लिए आत्म-संयम रूपी अंकुश का इस्तेमाल करना चाहिए।
स्वेट मार्डेन
अधिकार की अपनी मर्यादा होती है। उस मर्यादा की रक्षा करने के लिए अधिकार प्रयोग को संयत रखना पड़ता है।
रवींद्रनाथ ठाकुर
हंसी -मजाक के दौरान भी कड़वे वचन लोगों के दिल में चुभ जाते हैं, इसलिए वाणी पर संयम आवश्यक है।
तिरुवल्लुवर
गृहस्थ एक तपोवन है, जिसमें संयम, सेवा एवं सहिष्णुता की साधना करनी पड़ती है।
अज्ञात
संयम निषेधात्मक नहीं विधेयात्मक गुण है।
अज्ञात
संयम और श्रम मानव के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं।
अज्ञात
इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति का स्वभाव प्राकृतिक रूप से ऐसा नहीं है जिसे संपूर्ण कहा जा सके। उसे आवश्यकता होती है देखभाल की, आत्मसंयम की।
स्वेट मार्डेन
जिस व्यक्ति की तृष्णा जितनी बड़ी होती है, वह उतना ही बड़ा दरिद्र होता है।
तुलसीदास
धन पाने की लालसा तमाम बुराइयों की जड़ हैं।
बाइबिल
लेखनी तलवार से भी अधिक शक्तिशाली है
दादा भाई नौरोजी

उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक की मंजिल न मिल जाये
स्वामी विवेकानंद
मनुष्य को निराशा के समान दूसरा पाप नहीं है |इसलिए मनुष्य को इस पापरूपिणी निराशा को समूल हटाकर आशावादी बनना चाहिए
सम्राट अकबर
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