यूं पलकें बिछाके तेरा इंतजार करते हैं।
यह गुनाह है जो हम बार-बार करते हैं।
जलाकर हसरत की राह पर चिराग हम
सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतजार करते हैं।
बदलना आता नहीं हमे और हमें मौसम की तरह
हर एक रुत में तेरा इंतजार करते हैं।
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक
कसम तुम्हारी तुम्हें हम इतना प्यार करते हैं।
नजरें मिले तो प्यार हो जाता है।
पलके उठे तो इज़हार हो जाता है
ना जाने क्या कशिश है चाहत की
कोई अनजान भी हमारी जिंदगी का हकदार हो जाता है।
पहली मोहब्बत तेरी हम जान ना सके,प्यार क्या होता है, हम पहचान ना सके।हमने उन्हें दिलों में बसा लिया कुछ इस कदर किजब चाहे उन्हें दिल से निकाल ना सके।
किसी और के तस्हुर को उठाती नहीं बेईमान आंखों में थोड़ी सी शराफत आज भी है
हजार बार ली तुमने तलाशी मेरे दिल की
बताओ कभी कुछ मिला इसमें प्यार के सिवा
दिल ही दिल में तुम्हें प्यार करते हैं।
चुपचाप मोहब्बत का इजहार करते हैं।
यह जानते हैं कि आप मेरे किस्मत में नहीं है
पर पाने की कोशिश हर बार करते हैं।
जब ठुकराएगा ये जमाना तुझे, तब हम समझ आयेंगे।।
मेरी आदतें बिगड़ रहीं हैं,
इसलिए खुद को खराब लिखूंगा मैं ।
तुझे देखने के बाद होश गवां बैठता हूं,
तुझे अपनी नज्मों में शराब लिखूंगा मैं ।।